मोटापे से है परेशान तो हो जाइये बेफिक्र, फर्क साफ नजर आएगा

मोटापे से है परेशान

मोटापे से है परेशान ऑर्लिस्टैट एक वजन घटाने की दवा है जो शरीर में फैट (वसा) के अवशोषण को कम करती है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिन्हें मोटापा (obesity) की समस्या है और जो व्यायाम और डाइट कंट्रोल से वजन नहीं घटा पा रहे हैं। आइए जानते हैं ऑर्लिस्टैट के बारे में विस्तार से।

कैसे काम करता है ऑर्लिस्टैट?

ऑर्लिस्टैट एक लिपेज़ इन्हिबिटर है, जो आंतों में लिपेज़ एंजाइम को अवरुद्ध करता है। ये एंजाइम आहार में मौजूद वसा को छोटे अणुओं में तोड़ने का काम करते हैं ताकि उन्हें शरीर अवशोषित कर सके। जब ऑर्लिस्टैट लिपेज़ को अवरुद्ध कर देता है, तो वसा बिना अवशोषित हुए शरीर से बाहर निकल जाती है। इससे कैलोरी की मात्रा कम हो जाती है और वजन घटने में मदद मिलती है।

किसे खानी चाहिए ऑर्लिस्टैट?

1. मोटापे से पीड़ित लोग: जिनका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 30 या उससे अधिक है।

2. अधिक वजन वाले लोग: जिनका BMI 27 या उससे अधिक है और जिनके साथ हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप), डायबिटीज, या हृदय रोग जैसे वजन से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हैं।

3. व्यायाम और डाइट के साथ: ऑर्लिस्टैट को स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम के साथ लेना चाहिए ताकि अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके।

कब खानी चाहिए ऑर्लिस्टैट?

1. खाने के साथ: ऑर्लिस्टैट को हर मुख्य भोजन (ब्रेकफास्ट, लंच, और डिनर) के साथ लेना चाहिए जिसमें वसा मौजूद हो।

2. खाने के तुरंत पहले या बाद: इसे भोजन के तुरंत पहले, भोजन के दौरान, या भोजन के एक घंटे के भीतर लिया जा सकता है।

3. छोड़ें अगर भोजन में वसा नहीं है: यदि कोई भोजन वसा रहित है, तो उस भोजन के साथ ऑर्लिस्टैट न लें।

किसे नहीं खानी चाहिए ऑर्लिस्टैट?

1. गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं: गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

2. गंभीर लिवर या किडनी की बीमारी वाले लोग: यदि आपको गंभीर लिवर या किडनी की समस्या है, तो इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

3. कुछ दवाओं का सेवन करने वाले लोग: यदि आप पहले से कोई अन्य दवा ले रहे हैं, तो ऑर्लिस्टैट शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। कुछ दवाएं ऑर्लिस्टैट के साथ प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं।

4. मलअब्सॉर्प्शन सिंड्रोम: यदि आपको मलअब्सॉर्प्शन सिंड्रोम है (एक ऐसी स्थिति जिसमें आंतें पोषक तत्वों को सही ढंग से अवशोषित नहीं कर पातीं), तो ऑर्लिस्टैट का उपयोग न करें।

ऑर्लिस्टैट के साइड इफेक्ट्स

1. पाचन संबंधी समस्याएं: ऑर्लिस्टैट का सबसे सामान्य साइड इफेक्ट है पेट में गैस, दस्त (diarrhea), और वसा युक्त मल।

2. विटामिन की कमी: ऑर्लिस्टैट वसा-घुलनशील विटामिनों (जैसे विटामिन A, D, E, और K) के अवशोषण को भी कम कर सकता है, जिससे विटामिन की कमी हो सकती है। इसके लिए मल्टीविटामिन का सेवन रात में करना उचित है।

3. पेट में दर्द या असुविधा: कुछ लोगों को पेट में दर्द, असुविधा, या मिचली हो सकती है।

4. अस्थायी साइड इफेक्ट्स: कुछ साइड इफेक्ट्स जैसे सिरदर्द, कमजोरी, और नींद की कमी हो सकती है जो अस्थायी होते हैं और समय के साथ कम हो जाते हैं।

निष्कर्ष

ऑर्लिस्टैट एक प्रभावी वजन घटाने की दवा हो सकती है, लेकिन इसे सही तरीके से और उचित सावधानियों के साथ लेना जरूरी है। इसे एक स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम के साथ मिलाकर लेना चाहिए। यदि आपको कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है या आप गर्भवती हैं, तो इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। ऑर्लिस्टैट के सेवन के दौरान किसी भी साइड इफेक्ट का अनुभव होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

अपना स्वास्थ्य सर्वोपरि रखें और किसी भी नई दवा का सेवन करने से पहले हमेशा विशेषज्ञ की सलाह लें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Post

Understanding Pneumonia: Causes, Symptoms, Treatment, and Prevention

Pneumonia is a serious respiratory infection affecting millions worldwide. It occurs when the air sacs (alveoli) in one or both lungs become inflamed, often filling with fluid or pus, which makes breathing difficult and reduces the oxygen supply to the body. While pneumonia can be treated effectively, it remains a leading cause of hospitalization, particularly […]

DMLT: Course, Admission 2024, Eligibility, Fees, Syllabus, Top Colleges, Career Scope

DMLT कोर्स: मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा (DMLT) एक 2-वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है जो छात्रों को मेडिकल लैबोरेटरी विज्ञान और उनकी तकनीकों में प्रशिक्षित करता है। DMLT कोर्स में, छात्र पैथोलॉजी, ब्लड बैंकिंग, माइक्रोबायोलॉजी, क्लिनिकल बायोकैमिस्ट्री, और हीमेटोलॉजी जैसे विभिन्न विषयों को कवर करते हैं। इस कोर्स में, छात्र प्रयोगशाला उपकरणों का उपयोग करना सीखते […]

 10वीं के बाद मेडिकल डिप्लोमा कोर्सेज: बनाएं अपना करियर – जानिए सुपर बेस्ट विकल्प

क्या आप भी 10वीं पास हैं और मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं? अगर हां, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। इसमें हम आपको विस्तार से 10वीं के बाद उपलब्ध मेडिकल डिप्लोमा कोर्सेज के बारे में बताएंगे। इन कोर्सेज की विस्तृत जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहें। 10वीं के बाद मेडिकल डिप्लोमा कोर्सेज […]